CPCT Exam Reading Comprehension Free Online Test
05th November 2022 Shift 01 Previous Year Question Paper
दिए गए गद्यांश को पढ़िए और उसके बाद आने वाले प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
अकबर और बीरबल
एक लड़के के रूप में, महेश दास एक बार बादशाह अकबर से मिले थे। अकबर उनसे प्रसन्न थे और उन्हें एक अंगूठी दी थी। अंगूठी देने के दौरान अकबर ने कहा था, "यदि तुम मेरे शाही दरबार का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो मुझे इस अंगूठी के साथ मिलने आओ और मैं तुम्हें तुरंत पहचान लूँगा।" वर्षों बीतने के बाद एक दिन महेश राजा के पास गए।
जब वह महल के द्वार पर पहुंचे, तो गार्ड ने उन्हें रोक दिया। महेश ने गार्ड को अकबर की अंगूठी दिखायी। गार्ड लालची था। उसने कहा, "मैं आपको केवल तब ही बादशाह से मिलने दूंगा यदि आप मुझे बादशाह के दिए हुए में से आधा हिस्सा देते हो।" महेश इस बात पर सहमत हो गए।
महल के अंदर जाने के बाद, महेश को अकबर के पास ले जाया गया। उन्होंनेन्हों बादशाह को अपनी अंगूठी दिखायी। अकबर मुस्कुराए और कहा, "मैं तुम्हारे लिए क्या कर सकता हूं?"
महेश को कुछ कोड़े मारे गए। वह रोए नहीं।हीं फिर उन्होंनेन्हों कहा, "रुकिए! जहांपनाह, मैंने मैं आपके गार्ड से वादा किया था कि जो कुछ भी मुझे मिलेगा मैं उसे आधा दूंगा। कृपया, उसे भी पचास कोड़े मारे जाएं।“ अकबर हँसने लगे। वह समझ गए कि कैसे महेश ने लालची गार्ड के बारे में उन्हें बताया है।
गार्ड को दंडित किया गया और अकबर ने महेश से कहा, "तुम वास्तव में बहादुर हो। अब से, हम तुमको बुद्धिमान बीरबल कहेंगे। तुम मेरे मंत्री के रूप में मेरे साथ रहोगे।"
समय बीतने के साथ बीरबल बादशाह अकबर के 'नवरत्नों' त्नों में से एक के रूप में प्रसिद्ध हो गए।
Sub questions